महाभारतम् — 1.43.1
Original
Segmented
सूत उवाच वासुकिः तु अब्रवीत् वाक्यम् जरत्कारुम् ऋषिम् तदा सनामा तव कन्या इयम् स्वसा मे तपसा अन्विता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वासुकिः | वासुकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जरत्कारुम् | जरत्कारु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| सनामा | सनामन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कन्या | कन्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| स्वसा | स्वसृ | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अन्विता | अन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=s |