महाभारतम् — 1.48.1
Original
Segmented
शौनक उवाच सर्प-सत्त्रे तदा राज्ञः पाण्डवेयस्य धीमतः जनमेजयस्य के तु आसन् ऋत्विजः परम-ऋषयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शौनक | शौनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सर्प | सर्प | pos=n,comp=y |
| सत्त्रे | सत्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| राज्ञः | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पाण्डवेयस्य | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| जनमेजयस्य | जनमेजय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| आसन् | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| ऋत्विजः | ऋत्विज् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |