महाभारतम् — 1.49.18
Original
Segmented
अहम् त्वाम् मोक्षयिष्यामि वासुके पन्नग-उत्तम तस्मात् शापात् महा-सत्त्व सत्यम् एतद् ब्रवीमि ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| मोक्षयिष्यामि | मोक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| वासुके | वासुकि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
| उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| सत्त्व | सत्त्व | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |