महाभारतम् — 1.49.7
Original
Segmented
जनमेजयस्य वो यज्ञे धक्ष्यति अनिलसारथि तत्र पञ्चत्वम् आपन्नाः प्रेत-लोकम् गमिष्यथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जनमेजयस्य | जनमेजय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वो | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धक्ष्यति | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| अनिलसारथि | अनिलसारथि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| पञ्चत्वम् | पञ्चत्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आपन्नाः | आपद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| प्रेत | प्रेत | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गमिष्यथ | गम् | pos=v,p=2,n=p,l=lrt |