महाभारतम् — 1.50.8
Original
Segmented
इमे हि ते सूर्य-हुताश-वर्चसः समासते वृत्रहणः क्रतुम् यथा न एषाम् ज्ञानम् विद्यते ज्ञातुम् अद्य दत्तम् येभ्यो न प्रणश्येत् कथंचित्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
| हुताश | हुताश | pos=n,comp=y |
| वर्चसः | वर्चस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समासते | समास् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| वृत्रहणः | वृत्रहन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्रतुम् | क्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| एषाम् | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ज्ञातुम् | ज्ञा | pos=vi |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| दत्तम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| येभ्यो | यद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| न | न | pos=i |
| प्रणश्येत् | प्रणश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कथंचित् | कथंचिद् | pos=i |