महाभारतम् — 1.55.23
Original
Segmented
त उक्ता धृतराष्ट्रेण राज्ञा शांतनवेन च भ्रातृभिः विग्रहः तात कथम् वो न भवेद् इति अस्माभिः खाण्डवप्रस्थे त्वद्-वासः ऽनुचिन्तितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| धृतराष्ट्रेण | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शांतनवेन | शांतनव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| विग्रहः | विग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| वो | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| अस्माभिः | मद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
| खाण्डवप्रस्थे | खाण्डवप्रस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| वासः | वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽनुचिन्तितः | अनुचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |