महाभारतम् — 1.61.43
Original
Segmented
क्रोधहन्ता इति यः तस्य बभूव अवरजः ऽसुरः दण्ड इति अभिविख्यातः स आसीन् नृपतिः क्षितौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्रोधहन्ता | क्रोधहन्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अवरजः | अवरज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽसुरः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दण्ड | दण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| अभिविख्यातः | अभिविख्या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आसीन् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| नृपतिः | नृपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षितौ | क्षिति | pos=n,g=f,c=7,n=s |