महाभारतम् — 1.65.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततो गच्छन् महा-बाहुः एको ऽमात्यान् विसृज्य तान् न अपश्यत् आश्रमे तस्मिन् तम् ऋषिम् संशित-व्रतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| गच्छन् | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहुः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽमात्यान् | अमात्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विसृज्य | विसृज् | pos=vi |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संशित | संशित | pos=a,comp=y |
| व्रतम् | व्रत | pos=n,g=m,c=2,n=s |