महाभारतम् — 1.68.27
Original
Segmented
एको ऽहम् अस्मि इति च मन्यसे त्वम् न हृच्छयम् वेत्सि मुनिम् पुराणम् यो वेदिता कर्मणः पापकस्य तस्य अन्तिके त्वम् वृजिनम् करोषि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| हृच्छयम् | हृच्छय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वेत्सि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| मुनिम् | मुनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुराणम् | पुराण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वेदिता | वेदितृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| पापकस्य | पापक | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अन्तिके | अन्तिक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| वृजिनम् | वृजिन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| करोषि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |