महाभारतम् — 1.68.59
Original
Segmented
आहर्ता वाजिमेधस्य शत-सङ्ख्यस्य पौरवः इति वाग् अन्तरिक्षे माम् सूतके ऽभ्यवदत् पुरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आहर्ता | आहर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वाजिमेधस्य | वाजिमेध | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| सङ्ख्यस्य | संख्या | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पौरवः | पौरव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अन्तरिक्षे | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| सूतके | सूतक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽभ्यवदत् | अभिवद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पुरा | पुरा | pos=i |