महाभारतम् — 1.71.47
Original
Segmented
न निवर्तेत् पुनः जीवन् कश्चिद् अन्यो मे उदरात् ब्राह्मणम् वर्जयित्वा एकम् तस्माद् विद्याम् अवाप्नुहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| निवर्तेत् | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अन्यो | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| उदरात् | उदर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वर्जयित्वा | वर्जय् | pos=vi |
| एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| विद्याम् | विद्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अवाप्नुहि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |