महाभारतम् — 1.72.17
Original
Segmented
कच उवाच गुरु-पुत्री इति कृत्वा अहम् प्रत्याचक्षे न दोषतः गुरुणा च अभ्यनुज्ञातः कामम् एवम् शपस्व माम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच | कच | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| पुत्री | पुत्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रत्याचक्षे | प्रत्याचक्ष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| दोषतः | दोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| गुरुणा | गुरु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभ्यनुज्ञातः | अभ्यनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| शपस्व | शप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |