महाभारतम् — 1.75.10
Original
Segmented
वृषपर्वा उवाच यत् किंचिद् असुर-इन्द्राणाम् विद्यते वसु भार्गव भुवि हस्ति-गवाश्वम् वा तस्य त्वम् मम च ईश्वरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वृषपर्वा | वृषपर्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| असुर | असुर | pos=n,comp=y |
| इन्द्राणाम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वसु | वसु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भार्गव | भार्गव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| हस्ति | हस्तिन् | pos=n,comp=y |
| गवाश्वम् | गवाश्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |