महाभारतम् — 1.75.20
Original
Segmented
शर्मिष्ठा उवाच अहम् कन्या-सहस्रेण दासी ते परिचारिका अनु त्वाम् तत्र यास्यामि यत्र दास्यति ते पिता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शर्मिष्ठा | शर्मिष्ठा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| कन्या | कन्या | pos=n,comp=y |
| सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| दासी | दासी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| परिचारिका | परिचारिका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अनु | अनु | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| यास्यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| दास्यति | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |