महाभारतम् — 1.76.23
Original
Segmented
देवयानी उवाच कथम् आशीविषात् सर्पतः ज्वलनात् सर्वतोमुखात् दुराधर्षतरो विप्र इति आत्थ पुरुष-ऋषभ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| देवयानी | देवयानी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| आशीविषात् | आशीविष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सर्पतः | सर्प | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ज्वलनात् | ज्वलन | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| सर्वतोमुखात् | सर्वतोमुख | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| दुराधर्षतरो | दुराधर्षतर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| विप्र | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| आत्थ | अह् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |