महाभारतम् — 1.78.37
Original
Segmented
ययातिः उवाच अतृप्तो यौवनस्य अहम् देवयान्याम् भृगु-उद्वह प्रसादम् कुरु मे ब्रह्मञ् जरा इयम् मा विशेत माम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ययातिः | ययाति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अतृप्तो | अतृप्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यौवनस्य | यौवन | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| देवयान्याम् | देवयानी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| भृगु | भृगु | pos=n,comp=y |
| उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रसादम् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ब्रह्मञ् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| जरा | जरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मा | मा | pos=i |
| विशेत | विश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |