महाभारतम् — 1.81.4
Original
Segmented
निपतन् प्रच्युतः स्वर्गाद् अप्राप्तो मेदिनी-तलम् स्थित आसीद् अन्तरिक्षे स तदा इति श्रुतम् मया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निपतन् | निपत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रच्युतः | प्रच्यु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्वर्गाद् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अप्राप्तो | अप्राप्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मेदिनी | मेदिनी | pos=n,comp=y |
| तलम् | तल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्थित | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| आसीद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अन्तरिक्षे | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |