महाभारतम् — 1.82.2
Original
Segmented
देव-लोकात् ब्रह्म-लोकम् संचरन् पुण्य-कृत् वशी अवसत् पृथिवी-पालः दीर्घ-कालम् इति श्रुतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| लोकात् | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संचरन् | संचर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पुण्य | पुण्य | pos=n,comp=y |
| कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वशी | वशिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अवसत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पृथिवी | पृथिवी | pos=n,comp=y |
| पालः | पाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
| कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |