महाभारतम् — 1.85.1
Original
Segmented
अष्टक उवाच यदा अवसः नन्दने कामरूपी संवत्सराणाम् अयुतम् शतानाम् किम् कारणम् कार्तयुग-प्रधानैः हित्वा तत् त्वम् वसुधाम् अन्वपद्यः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अष्टक | अष्टक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यदा | यदा | pos=i |
| अवसः | वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
| नन्दने | नन्दन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कामरूपी | कामरूपिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| संवत्सराणाम् | संवत्सर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अयुतम् | अयुत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शतानाम् | शत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कार्तयुग | कार्तयुग | pos=a,comp=y |
| प्रधानैः | प्रधान | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| वसुधाम् | वसुधा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अन्वपद्यः | अनुपद् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |