महाभारतम् — 1.99.2
Original
Segmented
ब्राह्मणो गुणवान् कश्चिद् धनेन उपनिमन्त्र्यताम् विचित्रवीर्य-क्षेत्रेषु यः समुत्पादयेत् प्रजाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गुणवान् | गुणवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धनेन | धन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| उपनिमन्त्र्यताम् | उपनिमन्त्रय् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| विचित्रवीर्य | विचित्रवीर्य | pos=n,comp=y |
| क्षेत्रेषु | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समुत्पादयेत् | समुत्पादय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |