महाभारतम् — 10.1.66
Original
Segmented
भवत् तु यदि प्रज्ञा न मोहाद् अपचीयते व्यापन्ने अस्मिन् महति अर्थे यत् नः श्रेयः तत् उच्यताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भवत् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=d |
| तु | तु | pos=i |
| यदि | यदि | pos=i |
| प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| मोहाद् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अपचीयते | अपचि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| व्यापन्ने | व्यापद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महति | महत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उच्यताम् | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |