महाभारतम् — 10.11.30
Original
Segmented
शिबिरात् स्वाद् गृहीत्वा स रथस्य पदम् अच्युतः द्रोणपुत्र-रथस्य आशु ययौ मार्गेण वीर्यवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिबिरात् | शिबिर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| स्वाद् | स्व | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रथस्य | रथ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अच्युतः | अच्युत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| द्रोणपुत्र | द्रोणपुत्र | pos=n,comp=y |
| रथस्य | रथ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आशु | आशु | pos=i |
| ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मार्गेण | मार्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |