महाभारतम् — 10.12.10
Original
Segmented
स तद् आज्ञाय दुष्ट-आत्मा पितुः वचनम् अप्रियम् निराशः सर्व-कल्याणैः शोचन् पर्यपतत् महीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आज्ञाय | आज्ञा | pos=vi |
| दुष्ट | दुष् | pos=va,comp=y,f=part |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| निराशः | निराश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| कल्याणैः | कल्याण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| शोचन् | शुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पर्यपतत् | परिपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |