महाभारतम् — 10.15.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच दृष्ट्वा एव नर-शार्दूलः तौ अग्नि-सम-तेजस् संजहार शरम् दिव्यम् त्वरमाणो धनंजयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| एव | एव | pos=i |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| शार्दूलः | शार्दूल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| सम | सम | pos=n,comp=y |
| तेजस् | तेजस् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| संजहार | संहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शरम् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| त्वरमाणो | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |