महाभारतम् — 10.15.16
Original
Segmented
विसृष्टम् हि मया दिव्यम् एतद् अस्त्रम् दुरासदम् अ पाण्डवाय इति मुने वह्नि-तेजः ऽनुमन्त्र्य वै
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विसृष्टम् | विसृज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दुरासदम् | दुरासद | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अ | अ | pos=i |
| पाण्डवाय | पाण्डव | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मुने | मुनि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वह्नि | वह्नि | pos=n,comp=y |
| तेजः | तेजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ऽनुमन्त्र्य | अनुमन्त्रय् | pos=vi |
| वै | वै | pos=i |