महाभारतम् — 10.15.33
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततः परमम् अस्त्रम् तद् अश्वत्थामा भृश-आतुरः द्वैपायन-वचः श्रुत्वा गर्भेषु प्रमुमोच ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अश्वत्थामा | अश्वत्थामन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| आतुरः | आतुर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| द्वैपायन | द्वैपायन | pos=n,comp=y |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| गर्भेषु | गर्भ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| प्रमुमोच | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |