महाभारतम् — 10.15.4
Original
Segmented
अत्र यत् हितम् अस्माकम् लोकानाम् च एव सर्वथा भवन्तौ देव-संकाशौ तथा संहर्तुम् अर्हतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अत्र | अत्र | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अस्माकम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सर्वथा | सर्वथा | pos=i |
| भवन्तौ | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| संकाशौ | संकाश | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| तथा | तथा | pos=i |
| संहर्तुम् | संहृ | pos=vi |
| अर्हतः | अर्ह् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |