महाभारतम् — 10.15.9
Original
Segmented
ब्रह्मचारी व्रती च अपि दुरवापम् अवाप्य तत् परम-व्यसन-आर्तः ऽपि न अर्जुनः ऽस्त्रम् व्यमुञ्चत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्रह्मचारी | ब्रह्मचारिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्रती | व्रतिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| दुरवापम् | दुरवाप | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्य | अवाप् | pos=vi |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| व्यसन | व्यसन | pos=n,comp=y |
| आर्तः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| व्यमुञ्चत | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |