महाभारतम् — 10.16.31
Original
Segmented
वैरस्य गतम् आनृण्यम् न स्म वाच्या विवक्षताम् जित्वा मुक्तो द्रोणपुत्रो ब्राह्मण्याद् गौरवेण च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैरस्य | वैर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गतम् | गम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| आनृण्यम् | आनृण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| वाच्या | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
| विवक्षताम् | विवक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| जित्वा | जि | pos=vi |
| मुक्तो | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| द्रोणपुत्रो | द्रोणपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ब्राह्मण्याद् | ब्राह्मण्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| गौरवेण | गौरव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |