महाभारतम् — 10.18.13
Original
Segmented
ततः स यज्ञम् रौद्रेण विव्याध हृदि पत्रिणा अपक्रान्तस् ततो यज्ञो मृगो भूत्वा स पावकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रौद्रेण | रौद्र | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पत्रिणा | पत्त्रिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अपक्रान्तस् | अपक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ततो | ततस् | pos=i |
| यज्ञो | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मृगो | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| पावकः | पावक | pos=n,g=m,c=1,n=s |