महाभारतम् — 10.18.15
Original
Segmented
अपक्रान्ते ततो यज्ञे संज्ञा न प्रत्यभात् सुरान् नष्ट-संज्ञा देवेषु न प्रज्ञायत किंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपक्रान्ते | अपक्रम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| ततो | ततस् | pos=i |
| यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| संज्ञा | संज्ञा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| प्रत्यभात् | प्रतिभा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सुरान् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| नष्ट | नश् | pos=va,comp=y,f=part |
| संज्ञा | संज्ञा | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| देवेषु | देव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| प्रज्ञायत | प्रज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=1,n=s |