महाभारतम् — 10.2.17
Original
Segmented
अ कृत्वा कर्म यो लोके फलम् विन्दति विष्टितः स तु वचनीय-ताम् याति द्वेष्यो भवति प्रायशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अ | अ | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विन्दति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विष्टितः | विष्टि | pos=n,g=f,c=5,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| वचनीय | वच् | pos=va,comp=y,f=krtya |
| ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| द्वेष्यो | द्विष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रायशः | प्रायशस् | pos=i |