महाभारतम् — 10.2.22
Original
Segmented
उत्थाय उत्थाय हि सदा प्रष्टव्या वृद्ध-संमताः ते ऽस्य योगे परम् मूलम् तद्-मूला सिद्धिः उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्थाय | उत्था | pos=vi |
| उत्थाय | उत्था | pos=vi |
| हि | हि | pos=i |
| सदा | सदा | pos=i |
| प्रष्टव्या | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| वृद्ध | वृद्ध | pos=a,comp=y |
| संमताः | सम्मन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| योगे | योग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| मूला | मूल | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सिद्धिः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |