महाभारतम् — 10.2.28
Original
Segmented
अन्वावर्तामहि वयम् यत् तु तम् पाप-पूरुषम् अस्मान् अपि अनयः तस्मात् प्राप्तो ऽयम् दारुणो महान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन्वावर्तामहि | अन्वावृत् | pos=v,p=1,n=p,l=lan |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| यत् | यत् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पाप | पाप | pos=a,comp=y |
| पूरुषम् | पूरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनयः | अनय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दारुणो | दारुण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |