महाभारतम् — 10.3.16
Original
Segmented
सर्वे हि युक्तिम् विज्ञाय प्रज्ञाम् च अपि स्वकाम् नराः चेष्टन्ते विविधाः चेष्टाः हितम् इति एव जानते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| युक्तिम् | युक्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विज्ञाय | विज्ञा | pos=vi |
| प्रज्ञाम् | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| स्वकाम् | स्वक | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| चेष्टन्ते | चेष्ट् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| विविधाः | विविध | pos=a,g=f,c=2,n=p |
| चेष्टाः | चेष्टा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| जानते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |