महाभारतम् — 10.3.22
Original
Segmented
क्षत्र-धर्मम् विदित्वा अहम् यदि ब्राह्मण्य-संश्रितम् प्रकुर्याम् सु महत् कर्म न मे तत् साधु संमतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षत्र | क्षत्र | pos=n,comp=y |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विदित्वा | विद् | pos=vi |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| यदि | यदि | pos=i |
| ब्राह्मण्य | ब्राह्मण्य | pos=n,comp=y |
| संश्रितम् | संश्रि | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| प्रकुर्याम् | प्रकृ | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| सु | सु | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| संमतम् | सम्मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |