महाभारतम् — 10.8.138
Original
Segmented
यथाप्रतिज्ञम् तत् कर्म कृत्वा द्रौणायनिः प्रभो दुर्गमाम् पदवीम् कृत्वा पितुः आसीद् गत-ज्वरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथाप्रतिज्ञम् | यथाप्रतिज्ञम् | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| द्रौणायनिः | द्रौणायनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभो | प्रभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| दुर्गमाम् | दुर्गम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| पदवीम् | पदवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आसीद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
| ज्वरः | ज्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |