महाभारतम् — 10.8.4
Original
Segmented
पाञ्चालैः वा विनिहतौ कच्चित् न अस्वपताम् क्षितौ कच्चित् ताभ्याम् कृतम् कर्म तत् मे आचक्ष्व संजय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाञ्चालैः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| विनिहतौ | विनिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अस्वपताम् | स्वप् | pos=v,p=3,n=d,l=lan |
| क्षितौ | क्षिति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| ताभ्याम् | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| आचक्ष्व | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |