महाभारतम् — 10.8.55
Original
Segmented
श्रुतकर्मा तु परिघम् गृहीत्वा समताडयत् अभिद्रुत्य ततो द्रौणिम् सव्ये स फलके भृशम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुतकर्मा | श्रुतकर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| परिघम् | परिघ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| समताडयत् | संताडय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अभिद्रुत्य | अभिद्रु | pos=vi |
| ततो | ततस् | pos=i |
| द्रौणिम् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सव्ये | सव्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| स | स | pos=i |
| फलके | फलक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |