महाभारतम् — 10.8.8
Original
Segmented
अहम् प्रवेक्ष्ये शिबिरम् चरिष्यामि च काल-वत् यथा न कश्चिद् अपि मे जीवन् मुच्येत मानवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रवेक्ष्ये | प्रविश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| शिबिरम् | शिबिर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| चरिष्यामि | चर् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| च | च | pos=i |
| काल | काल | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मुच्येत | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |