महाभारतम् — 10.8.89
Original
Segmented
तेषाम् आर्त-स्वरम् श्रुत्वा वित्रस्ता गज-वाजिनः मुक्ताः पर्यपतन् राजन् मृद् शिबिरे जनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| आर्त | आर्त | pos=a,comp=y |
| स्वरम् | स्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| वित्रस्ता | वित्रस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| वाजिनः | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मुक्ताः | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पर्यपतन् | परिपत् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मृद् | मृद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| शिबिरे | शिबिर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |