महाभारतम् — 10.9.27
Original
Segmented
श्लाघते त्वाम् हि वार्ष्णेयो राजन् संसत्सु भारत सु शिष्यः मम कौरव्यो गदा-युद्धे इति प्रभो
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्लाघते | श्लाघ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| वार्ष्णेयो | वार्ष्णेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| संसत्सु | संसद् | pos=n,g=,c=7,n=p |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| शिष्यः | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कौरव्यो | कौरव्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गदा | गदा | pos=n,comp=y |
| युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |