महाभारतम् — 10.9.4
Original
Segmented
वृतम् समन्ताद् बहुभिः श्वापदैः घोर-दर्शनैः शालावृक-गणैः च एव भक्षयिष्यद्भिः अन्तिकात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वृतम् | वृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
| बहुभिः | बहु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| श्वापदैः | श्वापद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| घोर | घोर | pos=a,comp=y |
| दर्शनैः | दर्शन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शालावृक | शालावृक | pos=n,comp=y |
| गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| भक्षयिष्यद्भिः | भक्षय् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| अन्तिकात् | अन्तिक | pos=n,g=n,c=5,n=s |