महाभारतम् — 10.9.5
Original
Segmented
निवारयन्तम् कृच्छ्रात् ताञ् श्वापदान् संचिखादिषून् विवेष्टमानम् मह्याम् च सु भृशम् गाढ-वेदनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निवारयन्तम् | निवारय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| कृच्छ्रात् | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ताञ् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| श्वापदान् | श्वापद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संचिखादिषून् | संचिखादिषु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| विवेष्टमानम् | विवेष्ट् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| मह्याम् | मही | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| गाढ | गाढ | pos=a,comp=y |
| वेदनम् | वेदना | pos=n,g=m,c=2,n=s |