महाभारतम् — 11.10.16
Original
Segmented
पाण्डूनाम् किल्बिषम् कृत्वा संस्थातुम् न उत्सहामहे अनुजानीहि नो राज्ञि मा च शोके मनः कृथाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाण्डूनाम् | पाण्डु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| किल्बिषम् | किल्बिष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| संस्थातुम् | संस्था | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| उत्सहामहे | उत्सह् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| अनुजानीहि | अनुज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| नो | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
| राज्ञि | राज्ञी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| मा | मा | pos=i |
| च | च | pos=i |
| शोके | शोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृथाः | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |