महाभारतम् — 11.12.5
Original
Segmented
उच्यमानम् च यः श्रेयो गृह्णीते नो हित-अहिते आपदम् समनुप्राप्य स शोचति अनये स्थितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उच्यमानम् | वच् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रेयो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृह्णीते | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| हित | हित | pos=a,comp=y |
| अहिते | अहित | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| आपदम् | आपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| समनुप्राप्य | समनुप्राप् | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अनये | अनय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |