महाभारतम् — 11.12.7
Original
Segmented
आत्म-अपराधतः आयस्तः तत् किम् भीमम् जिघांससि तस्मात् संयच्छ कोपम् त्वम् स्वम् अनुस्मृत्य दुष्कृतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| अपराधतः | अपराध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| आयस्तः | आयस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| किम् | किम् | pos=i |
| भीमम् | भीम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जिघांससि | जिघांस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| संयच्छ | संयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कोपम् | कोप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=8,n=s |
| अनुस्मृत्य | अनुस्मृ | pos=vi |
| दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |