महाभारतम् — 11.16.15
Original
Segmented
श्रान्तानाम् च अपि अनाथानाम् न आसीत् काचन चेतना पाञ्चाल-कुरु-योषानाम् कृपणम् तद् अभूत् महत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रान्तानाम् | श्रम् | pos=va,g=f,c=6,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनाथानाम् | अनाथ | pos=a,g=f,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| काचन | कश्चन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| चेतना | चेतना | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| योषानाम् | योषा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| कृपणम् | कृपण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |