महाभारतम् — 11.16.42
Original
Segmented
तान् इमाः परिदेवन्ति दुःख-आर्त परम-अङ्गनाः कृपणम् वृष्णि-शार्दूल दुःख-शोक-अर्दय् भृशम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इमाः | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| परिदेवन्ति | परिदीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| आर्त | आर्त | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| अङ्गनाः | अङ्गना | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| कृपणम् | कृपण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
| शार्दूल | शार्दूल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| अर्दय् | अर्दय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |