महाभारतम् — 11.20.22
Original
Segmented
दुर्मरम् पुनः अप्राप्ते काले भवति केनचित् यद् अहम् त्वाम् रणे दृष्ट्वा हतम् जीवामि दुर्भगा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्मरम् | दुर्मर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अप्राप्ते | अप्राप्त | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| केनचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| यद् | यत् | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| जीवामि | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| दुर्भगा | दुर्भग | pos=a,g=f,c=1,n=s |